ब्लॉग में प्रस्तुत है हिंदी बाल कविता "लाल रंग की चिड़िया" । जिसके रचियता है बाल कवयित्री प्रियांशी। देश के भविष्य हमारे नन्हे - मुन्हे बच्चे आज बड़े -बड़े मंच पर अपनी प्रतिभा का सुन्दर प्रदर्शन कर रहे है। मुझे अपने इस ब्लॉग में ऐसे ही छोटे -छोटे बाल कवि / कवयित्रियो को अवसर प्रदान करते हुए उन पर गर्व हो रहा है। मैं इस ब्लॉग के माध्यम से देश के समस्त बच्चों के उज्जवल भविष्य की कामना करता हूँ।
- ईश्वर तड़ियाल "प्रश्न" ( एडमिन /कवि )"
"लाल रंग की चिड़िया"
लाल रंग की चिड़िया ,
लगती कितनी सुन्दर।
मधुर गाना वो गाती है।
उड़ना उसका सपना है।
कितनी मीठी आवाज है उसकी ,
खुश होकर वो गाती गीत।
नाचने में वो लगती अच्छी।
रात को वो सोने जाती।
खाना खा के आती वो ,
गुड़िया जैसी लगती तुम।
संग हमारे रहती तुम।
तेरे संग मैं उड़ना चाहूँ।
तेरे जैसे मैं भी बन जांऊँ।
नाम-प्रियांशी
रा. उ. प्रा. वि. गूमखाल
वि. क्षेत्र द्वारीखाल
पौड़ी. गढवाल(उत्तराखंड)
देवभूमि काव्य दर्शन ब्लॉग को उत्कर्ष कविताये / गजल प्रदान करने के लिए आप सभी कवि / कवयित्रियों का मैं दिल से आभार व्यक्त करता हूँ। - ईश्वर तड़ियाल "प्रश्न"(कवि /एडमिन )
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