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आनन्दम गीत | गीत एवं गजल | स्कूली शिक्षा पर कविता | प्रार्थना

शिक्षा के प्राथमिक स्तर में सीखने और सिखाने की गतिविधियों में पिछले कुछ वर्षो से आनन्दम गतिविधि से हमारे नन्हे -मुन्हे  छोटे-  बड़े बच्चे  सरल एवं सहज विषयगत पाठ में रूचि  बढ़ाते हुए स्वयं के बौद्दिक  विकास को विकसित कर रहे है। कोरोनाकाल में  घर पर अन्य स्कूली शिक्षा पर कविता  प्रार्थना अथवा अन्य गतिविधियों के साथ -साथ  "आनन्दम गतिविधि " को भी अपनाकर बच्चें अपने विषयगत पाठ को सीखते हुए आगे बढ़ रहे है। इसी विषय पर आज प्रस्तुत है कवयित्री सरिता मैंन्दोला जी  द्वारा रचित कविता "आनन्दम गीत" एवं गजल। उनकी यह कविता कई पत्रिकाओ में प्रकाशित भी हैं। 

                                 - ईश्वर तड़ियाल "प्रश्न"      

 "आनन्दम गीत"

हम तो खुशी-खुशी स्कूल जायेंगे। 

हम तो स्कूल में आनन्द मनायेंगे।।            

हम तो खुशी............................


पहला वादन होगा आनंदम। 

खुशी-2 सीखेंगे सब हम,

हम तो स्कूल को आनन्दालय बनायेंगे।।

हम तो खुशी...........


ध्यान देने की वहां बाते होंगी,

ध्यान से सुनना,देखना,विचारना ध्यान से,

हम तो वहां माइंडफुलनेस करायेंगे।। 

हम तो.........


नैतिकता की कहानी सुनेंगे। 

जीवन में इनको धारण करेंगे।।

फिर हम तो अच्छे ,

बहुत अच्छे बन जायेंगे। 

हम तो आचरण को अपना अच्छा बनायेंगे।।

हम तो ...............


घर में भी हम ये कहानी कहेंगे। 

घर वाले भी इससे शिक्षा लेंगे।।

हम घर को भी आनन्दम बनायेंगे।।।

हम तो............................


रोचक, मनपसन्द गतिविधि करेंगे। 

साथियों के संग मस्ती करेंगे। 

हम तो खेल -खेल में शिक्षा पा जायेंगे।।।

हम तो...........


सबका हम सम्मान करेंगे। 

विनम्रता से सबसे मिलेंगे।।

हम तो मिल -जुलकर खुशियां मनायेंगे।।।

हम तो................. 


समाज की कृतज्ञता प्रकट करेंगे। 

सभी प्राणियों पर दया करेंगे।। 

फिर हम तो अच्छे नागरिक कहलायेंगे।।।

हम तो खुशी..............


देश की सरहद पर,

दुश्मन आयें तो......

हम उन सबको मार गिरायेंगें। 

हम तो देश को अपना बचायेंगे।।

हम तो खुशी...........................

                            - - कवयित्री सरिता मैंन्दोला

कवयित्री सरिता मैंदोला के बारे में जानिए - Click Here

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देवभूमि काव्य दर्शन ब्लॉग को उत्कर्ष कविताये / गजल प्रदान करने के लिए आप सभी कवि / कवयित्रियों का मैं दिल से आभार व्यक्त करता हूँ।        - ईश्वर तड़ियाल "प्रश्न"(कवि /एडमिन )

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